बिहार

एक विधान सभा के 25 हजार मतदाताओं के नाम हटे, बढ़ गई महागठबंधन की बेचैनी

बिहार,महागठबंधन

बिहार में 96% मतदाताओं का हो चुका है सत्यापन.

मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम 2025 तेज रफ़्कोतार से जारी है.मुजफ्फरपुर में राजनीतिक दलों के साथ अधिकारियों की बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने की. बैठक में मतदाता सूची को अद्यतन करने नाम जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया पर चर्चा की गई. मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम 2025 के प्रभावी संचालन एवं पारदर्शी क्रियान्वयन को लेकर शनिवार को नगर निगम सभागार में मुजफ्फरपुर विधानसभा को लेकर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में नगर आयुक्त ने बताया कि अब तक 25 हजार मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं.

बैठक में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत मतदाता सूची के अद्यतन, नाम जोड़ने एवं हटाने की प्रक्रिया, त्रुटियों में सुधार तथा बूथ स्तर पर पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई.बैठक में नगर आयुक्त ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मुजफ्फरपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कुल 3,35,908 मतदाताओं में से अब तक 2,93,000 मतदाताओं के गणना प्रपत्र प्राप्त होकर सफलतापूर्वक अपलोड किए जा चुके हैं, जो कि कुल लक्ष्य का लगभग 87 प्रतिशत है.बैठक की अध्यक्षता मुजफ्फरपुर विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी एवं नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने की. उन्होंने बताया कि अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत एवं दोहरे मतदाताओं की अनुमानित संख्या अब तक 25 हजार पाई गई है जिनको सूची से हटाया गया है. नगर आयुक्त ने बताया कि जो मतदाता अभी तक छूट गए हैं, उनके गणना प्रपत्र शीघ्र अपलोड किए जाने के लिए सभी संबंधितों को निर्देशित किया गया है.

बैठक में भाजपा, कांग्रेस, राजद, जदयू, लोजपा, बसपा, आप, जन अधिकार पार्टी सहित अन्य पंजीकृत राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत एवं दोहरे मतदाताओं की मतदाताओं की सूची सभी राजनीतिक दलों को उपलब्ध करा दी गई. बैठक में सभी राजनीतिक दलों से अपील की गई है कि वे अपने-अपने बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) के माध्यम से बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) से समन्वय स्थापित कर शेष मतदाताओं का गणना प्रपत्र शीघ्र भरवाएं.बैठक में सभी पर्यवेक्षकों को निर्देशित किया गया कि दो दिनों के भीतर अपने क्षेत्र के सभी बीएलओ की बैठक उनके संबंधित बीएलए के साथ कराएं और शत-प्रतिशत गणना प्रपत्र (एएसडी को छोड़कर) अपलोड कराना सुनिश्चित करें.

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