
आज से बिहार विधान सभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है.मानसून सत्र के दौरान विधान सभा में तेजस्वी यादव और तेजप्रताप ,दोनों भाई एकसाथ बैठे नजर आयेगें.गौरतलब है कि तेजप्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निकाला जा चूका है.लेकिन उनके बैठने की जगह विधान सभा में नहीं बदली गई है.उनके और तेजस्वी के लिए 283-284 नंबर सीट विधान सभा में तय है.पार्टी और परिवार से निष्काशन के वावजूद दोनों भाई एकसाथ बैठे नजर आयेगें.सबकी नजर इन्ही दो भाइयों पर होगी.कैसे मिलते हैं, क्या बात करते हैं ,उनका बॉडी लैंग्वेज क्या है, इन्हीं बातों पर सबकी नजर होगी.
विधान सभा सत्र शुरू होने से पहले एक विडियो जारी कर तेजप्रताप यादव ने ये साफ़ कर दिया है कि अगर आरजेडी से चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला तो वो निर्दलीय चुनाव लड़ेगें.उन्होंने कहा कि पहले अपने माता-पिता से अपने लिए टिकेट मागेगें और अगर नहीं मिला तो निर्दलीय चुनाव लड़ेगें.तेजप्रताप यादव ने हसनपुर से चुनाव लड़ने की बात तो कही है लेकिन महुआ से उनका मोह भंग नहीं हुआ है.वो दोनों जगह लगातार जा रहे हैं.महुआ में किये गये अपने कामों को गिना रहे हैं.सूत्रों के अनुसार अगर पार्टी से उन्हें टिकेट नहीं मिला तो दोनों सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.सबसे ख़ास बात ये है कि वो तेजस्वी यादव से टिकेट मांगने की बात नहीं कर रहे हैं.अपने माता-पिता से टिकेट मांगने की बात कर रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार तेजस्वी यादव इसबार अपने परिवार से किसी को चुनाव लड़ानेवाले नहीं हैं.लालू यादव उन्हें पार्टी परिवार से निकाल चुके हैं, ऐसे में अगर वो तेजप्रताप को चुनाव लड़ाते हैं तो सवाल भी उठेगें.महुआ से अपने विधायक का टिकेट काटकर तेजप्रताप यादव को लड़ानेवाले नहीं हैं.ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारे अपने भाई के खिलाफ वो कोई उम्मीदवार खड़ा करते हैं या नहीं.