
बिहार की राजनीति एक बार फिर बयानबाज़ी के तीखे दौर में प्रवेश कर चुकी है। इस बार भाजपा विधायक और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डॉ. आलोक रंजन ने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने किशोर को राजनीति का व्यापारी बताते हुए कहा कि उन्हें न सामाजिक अनुभव है और न ही राजनीतिक समझ।
क्या बोले डॉ. आलोक रंजन?
सहरसा से विधायक डॉ. आलोक रंजन ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता में कहा, “प्रशांत किशोर व्यापारी मानसिकता से राजनीति में आए हैं। उन्हें लगता है कि प्रबंधन (मैनेजमेंट) से सब कुछ चलाया जा सकता है, लेकिन बिहार की जनता इतनी भी भोली नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि प्रशांत किशोर का कोई राजनीतिक आधार नहीं है। “जिसके पास खुद कपड़ा नहीं, वो गीले कपड़े को निचोड़ने की बात कैसे कर सकता है?” यह बयान किशोर के उस बयान के जवाब में था, जिसमें उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर तंज कसा था।
बाहरी पैसे से राजनीति करना चाहते हैं
डॉ. रंजन ने आरोप लगाया कि प्रशांत किशोर बाहरी फंडिंग और प्रचार के बल पर बिहार की राजनीति में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह प्रयास स्थायी नहीं होगा। उन्होंने कहा, “जन सुराज की नींव हवा में है। न पार्टी टिकेगी, न जनाधार बचेगा। किशोर की बयानबाजी सिर्फ सुर्खियां बटोरने की कोशिश है।”
भाजपा का बचाव, विपक्ष पर वार
उन्होंने किशोर के भाजपा नेताओं पर किए गए व्यक्तिगत हमलों की भी कड़ी आलोचना की और कहा कि यह “राजनीतिक मर्यादा के खिलाफ” है। डॉ. रंजन का यह बयान न केवल प्रशांत किशोर के लिए, बल्कि उस पूरे विमर्श के लिए एक सख्त प्रतिक्रिया है, जिसमें किशोर पारंपरिक राजनीति पर सवाल उठाते रहे हैं।
