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28 जून राज्य के युवाओं और बिहार पुलिस के लिए महत्वपूर्ण दिन है.अपराध नियंत्रण को लेकर बिहार सरकार ने बड़ी योजना बनाई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि पुलिस में स्वीकृत बल के अनुरूप सभी पदों को इस साल के अंत तक भर दिया जाएगा. इससे अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी. ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में पुलिस की उपस्थिति बढ़ेगी और आम नागरिकों को बेहतर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित हो सकेगी.गौरतलब है कि आज ही मुख्यमंत्री 21,391 नवनियुक्त सिपाहियों को बापू सभागार में नियुक्ति पत्र सौपेंगे .
मु्ख्यमंत्री ने लिखा कि प्रदेश में कानून का राज स्थापित है. विधि-व्यवस्था सुदृढ़ रहे यह शुरू से ही हमारी प्राथमिकता रही है. कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए बिहार में लगाता पुलिसकर्मियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है.उन्होंने कहा कि 24 नवंबर 2005 को नयी सरकार बनने के समय बिहार पुलिस में कार्यरत बल की संख्या मात्र 42.481 थी. वर्ष 2006 में कानून व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए पुलिस की संख्या में लगातार बढ़ोतरी की गयी. सरकार ने तय किया है कि पुलिस बल की संख्या को और बढ़ाना है. इसके लिए कुल 2.29 लाख से भी अधिक पदों का सृजन कर तेजी से पुलिसकर्मियों की बहाली की जा रही है.
विधि-व्यवस्था की मुख्यमंत्री के स्तर पर होने वाली समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री इस बात पर जोर देते रहे हैं कि पुलिस में हो रही बहाली को तेजी से पूरा किया जाए. नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में मंच से ही वह कई बार गृह सचिव व डीजीपी को इस बारे में निर्देश दे चुके हैं.बड़े स्तर पर पुलिस में नियुक्ति की प्रक्रिया के तहत गांधी मैदान में भी नियुक्ति पत्र का वितरण किया जा चुका है. उनका जोर इस पर भी रहा है कि पुलिस की गश्त बढ़े। बड़े पुलिस अधिकारी के स्तर पर इसके निरीक्षण की बात वह करते रहे हैं.