बिहार में रेप पीड़िता की इलाज में लापरवाही पर सियासी घमासान विपक्ष ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से इस्तीफे की माँग की
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मुजफ्फरपुर से पटना रेफर की गई 9 वर्षीय दलित बलात्कार पीड़िता की इलाज में देरी के कारण मौत के बाद बिहार की राजनीति में तूफान मच गया है। विपक्षी दलों ने राज्य सरकार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की है और पार्टी के प्रवक्ता ने इसे सरकार की बड़ी नाकामी बताया है। कांग्रेस ने इस घटना को राज्य सरकार की महिला सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाने वाला करार दिया है और कहा कि यह घटना सरकार के “अच्छे शासन” के दावों की पोल खोलती है। जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता ने इस घटना को अत्यंत हृदयविदारक बताया है और आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रवक्ता ने घटना को निंदनीय करार देते हुए कहा कि इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री को स्वयं हस्तक्षेप करना चाहिए।
पीड़िता को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) में भर्ती करने में देरी हुई, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पर आरोप है कि उन्होंने इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर दुख व्यक्त किया है और जांच के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था और महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। विपक्षी दलों की मांग है कि जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
