
सिटी पोस्ट लाइव
बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले कानून व्यवस्था का मुद्दा एक बार फिर सियासत के केंद्र में आ गया है। राजधानी पटना में हाल ही में दिनदहाड़े हुई गोलीबारी की घटना ने न सिर्फ आम लोगों को डरा दिया है, बल्कि इसने प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसी मुद्दे को लेकर अब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) आमने-सामने हैं। सियासी तकरार अब वीडियो वॉर का रूप ले चुकी है। आरजेडी की ओर से जारी एक प्रचार वीडियो में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को “गरीबों का मसीहा” और न्याय व विकास का प्रतीक बताया गया। इस वीडियो में उन्हें एक सकारात्मक, जनहितैषी नेता के तौर पर दिखाया गया है।

लेकिन आरजेडी के इस प्रचार अभियान पर भाजपा ने करारा जवाब दिया है। भाजपा प्रवक्ता नीरज कुमार ने सोशल मीडिया पर एक तीखा वीडियो जारी करते हुए तेजस्वी यादव को “क्राइम का डायरेक्टर” करार दिया। वीडियो में पटना में हाल ही में हुई गोलीबारी की क्लिपिंग शामिल की गई है, और इसके साथ एक जोरदार संदेश भी दिया गया है:
“अपराधी हमारे होंगे, बदनाम बिहार होगा।”
भाजपा ने इस वीडियो के जरिए यह संकेत देने की कोशिश की है कि अगर राज्य में फिर से आरजेडी की सत्ता वापसी होती है, तो ‘जंगलराज’ की वापसी तय है। पार्टी ने इसे अपराध के खिलाफ अपनी सख्त नीति और तेजस्वी यादव के खिलाफ जनता को सचेत करने का प्रयास बताया है।
दूसरी ओर, आरजेडी इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए भाजपा पर जनता का ध्यान भटकाने का आरोप लगा रही है। पार्टी का कहना है कि अपराध की घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि राज्य की मौजूदा सरकार अपराध पर काबू पाने में असफल रही है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, बिहार में अपराध और कानून व्यवस्था का मुद्दा राजनीतिक दलों के लिए एक बड़ा चुनावी हथियार बनता जा रहा है। अब देखना यह है कि इस वीडियो वार का अगला दौर क्या रूप लेता है और जनता किसके नैरेटिव को ज्यादा गंभीरता से लेती है।