
एके-47 और इंसास राइफल के साथ गिरफ्तार किए गए निलंबित एएसआइ सरोज सिंह के समस्तीपुर और पटना के ठिकानों से बरामद करीब चार करोड़ रुपये के मूल्य की जमीन के कागजातों की जांच शुरू कर दी गई है। सरोज के ठिकानों से डेढ़ दर्जन से अधिक जाली मुहरें भी मिली हैं, ऐसे में इन दस्तावेजों की वैधता की भी जांच की जा रही है। आर्थिक अपराध और आय से अधिक संपत्ति के मामले को देखते हुए इस पूलिस मुख्यालय जांच में आर्थिक अपराध इकाई व अन्य जांच एजेंसियों की भी मदद लेने की तैयारी मे है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सरोज सिंह और उसके सहयोगियों के पास से बरामद संपत्ति दस्तावेजों में बिहार के अलावा अन्य राज्यों में निवेश के भी दस्तावेज मिले हैं। इनमें बड़ी संख्या में प्लाट की रजिस्ट्री की प्रतियां हैं, जिनकी वैधता और स्वामित्व की जांच की जा रही है। इसके लिए संबंधित निबंधन कार्यालयों से सत्यापन कराया जाएगा। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल फोन और डिजिटल उपकरणों की भी तकनीकी जांच करा रही है। इसके लिए एफएसएल की मदद ली जाएगी।
बिहार पूलिस के इस मामूली अधिकारी के घर से बड़ी संख्या में मिले हथियारों को लेकर हथियार तस्करी के नेटवर्क को भी खंगाला जा रहा है। संजीव के साथ गिरफ्तार अन्य अभियुक्तों से पूछताछ के आधार पर पुलिस इनके सहयोगियों की भी तलाश में छापेमारी कर रही है। सरोज सिंह की पोस्टिंग वाले जिलों से भी उसकी जानकारी जुटाई जा रही है। ड्यूटी के दौरान उसकी कार्यशैली किस तरह की थी, वह जिले में किन-किन लोगों के संपर्क में था, यह सारी जानकारी पुलिस और एसटीएफ की टीम जुटा रही है।सरोज सिंह के ठिकानों से बरामद हथियारों और गोलियां की भी जांच कर यह पता लगाया जा रहा है कि उसके पास इतनी बड़ी संख्याममें हथियार कैसे पहुंचें।
