बिहार-नेपाल बॉर्डर पर कड़ी निगरानी हो रही है.

एक फ्रांसीसी नागरिक फारेंट बिबेट को झरोखर बॉर्डर पर पकड़ा गया है. हाल ही में 4 चीनी नागरिक भी पकड़े गए थे. भारत-पाकिस्तान युद्ध के बीच पुलिस ने वाहन जांच के दौरान इस फ्रांसीसी नागरिक को झरोखर नेपाल बॉर्डर के पास पकड़ा है.दरअसल पुलिस ने वाहन जांच के दौरान इस फ्रांसीसी नागरिक को झरोखर नेपाल बॉर्डर के पास पकड़ा है. उसका नाम फारेंट बिबेट बताया गया है. पुलिस अभी पूछताछ में जुटी हुई है. लगातार विदेशी नागरिकों के मिलने से इलाके में हलचल मची हुई है.बताया जा रहा है कि विदेशी नागरिक सीमावर्ती क्षेत्र में एक स्थानीय गाइड के सहारे घूम रहा था. पुलिस को शक हुआ और पुलिस ने उसको हिरासत में लेकर उससे कई घंटों से पूछताछ की.
बताया जा रहा है कि सिकरहना एसडीपीओ अशोक कुमार को जैसे ही फ्रांसीसी नागरिक के बारे में जानकारी हुई, उन्होंने खुद वहां पहुंचकर बिंदुवार पूछताछ की. बताया जाता है कि फ्रांसीसी नागरिक रास्ता भटक जाने के कारण झरोखर थाना इलाके के सीमावर्ती इलाके में पहुंच गया जिसके बाद पुलिस ने उसको भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही हैं. हालांकि भारत-पाकिस्तान युद्ध के बीच भारत-नेपाल बार्डर से विदेशी नागरिकों का बार-बार पकड़ा जाना कई सवालों को भी जन्म देता है.
दरअसल बीते दिनों भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच बिहार में नेपाल बॉर्डर के पास चीनी नागरिक बिहार में एंट्री मारने की कोशिश कर रहे थे. हालांकि सीमा सुरक्षा बल (SSB) ने इस दौरान चारों चीनी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से 5 मोबाइल फोन और 8 हजार चीनी करेंसी बरामद हुआ था. पूछताछ में यह स्पष्ट नहीं हो पाया था कि ये चीनी नागरिक किस साजिश के तहत भारत में घुसपैठ कर रहे थे. जानकारी के अनुसार, ये चीनी नागरिक दो नेपाली महिला गाइड की आड़ में ई-रिक्शा से रक्सौल बॉर्डर से भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे, तभी एसएसबी के जवानों ने उन्हें पकड़ लिया था.
दरअसल भारत और नेपाल के बीच कुल 1751 किलोमीटर लंबी सीमा है. अगर बात बिहार की करें तो बिहार से सटा इंडो-नेपाल बॉर्डर का 729 किलोमीटर के करीब का इलाका साझा होता है. इसमें से लगभग 440 किलोमीटर का इलाका पोरस बॉर्डर का आता है जो बिहार के सात जिला में फैला है. इन जिलों में शामिल हैं पश्चिम चंपारण, पूर्वीचंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज. इसमें पश्चिम चंपारण में मदनपुर से शुरू होकर पूर्वी चंपारण के रक्सौल, सीतामढ़ी के बैरगनियां सोनवर्षा होते हुए मधुबनी जिले के जयनगर, सुपौल में बीरपुर, अररिया में सकटी होते हुए किशनगंज के गलगलिया तक फैला है.
