
नालंदा जिले के भागनबिगहा थाना क्षेत्र स्थित पतासंग गांव में वैदिक अनुष्ठान के दौरान हुई मारपीट की घटना में एक वृद्ध महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतका की पहचान गांव के मुन्ना राम की 70 वर्षीय पत्नी गयंती देवी के रूप में हुई है। यह घटना अब पूरे गांव में आक्रोश और शोक का विषय बन गई है।
परिजनों के अनुसार, 23 मई की रात गयंती देवी के घर पर वैदिक अनुष्ठान चल रहा था। इसी दौरान गांव के कारु राम और नागमणि सिंह के बीच किसी पुराने पैसे के लेन-देन को लेकर कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि कारु राम जान बचाकर गयंती देवी के घर में घुस गया। उसके पीछे पीछे नागमणि सिंह, राणा सिंह, पत्नी सिंह, कल्लू सिंह, मनोज सिंह समेत 8 से 10 लोग भी वहां आ धमके।
गृह प्रवेश करते ही उन्होंने बिना कुछ सोचे-समझे गयंती देवी को बुरी तरह से पीटना शुरू कर दिया। परिवार और आसपास के लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही वृद्धा गंभीर रूप से घायल हो चुकी थीं। घटना के तुरंत बाद परिजन गयंती देवी को लेकर बिहारशरीफ सदर अस्पताल पहुंचे, जहां से उन्हें पटना रेफर कर दिया गया। तीन दिन तक चले इलाज के बाद भी उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और 26 मई को उन्होंने दम तोड़ दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही भागनबिगहा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने मृतका के परिजनों की शिकायत पर नामजद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है। घटना के बाद गांव में भय और तनाव का माहौल बना हुआ है। पीड़ित परिवार का कहना है कि धार्मिक अनुष्ठान के पवित्र अवसर पर इस तरह की हिंसा से पूरा परिवार सदमे में है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
