बिहारराजनीति

डेढ़ किलो सोना पहनता है ये बाहुबली विधायक, बेऊर से भेंज गया भागलपुर जेल

दानापुर,रीतलाल यादव

जेल प्रशासन ने सारा आभूषण उतरवा लिया. प्रशासन ने बताया कि यह प्रक्रिया सुरक्षा मानकों के तहत की गई है.

डेढ़ किलो सोना पहनता है ये बाहुबली विधायक, बेऊर से भेंज गया भागलपुर जेल .

दानापुर के बाहुबली विधायक रीतलाल यादव और मोकामा के पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह दोनों ही आभूषण के बड़े प्रेमी हैं.दोनों डेढ़ डेढ़ किलोग्राम का सोना पहनते हैं.दोनों सोना के बहुत शौक़ीन हैं.अपनी कमाई का ज्यादा हिस्सा वो सोना खरीदने में खर्च करते हैं.रीतलाल यादव हर समय डेढ़ किलो ग्राम यानी डेढ़ करोड़ रुपये का सोना पहने रहते हैं.कल ही उन्हें  भागलपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया है. रीतलाल यादव करीब डेढ़ किलो सोने की ज्वेलरी पहनकर भागलपुर जेल पहुंचे थे. जेल प्रशासन ने सारा आभूषण उतरवा लिया. प्रशासन ने बताया कि यह प्रक्रिया सुरक्षा मानकों के तहत की गई है.

इससे पहले रीतलाल यादव पटना की बेऊर जेल में बाहुबली और मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह के साथ रह रहे थे. बेऊर के अंदर दोनों की सुबह और शाम साथ में गुजरती थी.जेल सूत्रों के अनुसार, आपस में दोनों बात करते हुए लंबा वक्त साथ में गुजारते थे. माननीय होने के कारण जेल मैनुअल के तहत इन्हें एक ही वार्ड में रखा गया था. बेऊर जेल में रीतलाल यादव के कई लोग पहले से अलग-अलग आपराधिक मामलों में बंद हैं. बिल्डर से 50 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में दर्ज हुए केस के बाद दानापुर के विधायक ने 17 अप्रैल को कोर्ट में सरेंडर किया था.

जेल के अंदर लगातार वो अपने लोगों से मिल रहे थे. पुलिस को इस बात का डर सताने लगा कि रीतलाल जेल में बैठकर अपने लोगों के जरिए कोई बड़ी आपराधिक वारदात न करवा दें.इसलिए उनका जेल बदल दिया गया.विधायक का अपने लोगों से कनेक्शन तोड़ने के लिए जेल से मिले इनपुट के आधार पर जिला प्रशासन ने रिपोर्ट तैयार की. उसे जेल डिपार्टमेंट को भेजा गया. रिपोर्ट में रीतलाल यादव को पटना से भागलपुर जेल में शिफ्ट करने की सिफारिश की गई. डिपार्टमेंट ने मान लिया और आदेश भी जारी कर दिया.हालांकि, जेल प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर इसके पीछे प्रशासनिक कारण बताया है.

अब सवाल उठता है कि दानापुर के विधायक को भागलपुर जेल ही क्यों भेजा गया? दरअसल, पटना से भागलपुर की दूरी करीब 247 किलोमीटर है. ट्रेन से करीब 5 घंटे और रोड से 6 घंटे से अधिक का समय लगता है. ऐसे में भागलपुर जेल में रहते हुए वो डेली किसी भी अपने करीबी से नहीं मिल पाएंगे.जेल के अंदर अपने गुर्गे भी नहीं मिलेंगे. जब कोई कनेक्शन नहीं होगा तो जेल के अंदर से अपने गैंग को ऑपरेट नहीं कर पायेगें. वैसे मोबाइल phone के जरिये बाहुबली जेल भी बखूबी ऑपरेट करते रहते हैं.

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