
घर में मौजूद महिलाओं ने घायल दारोगा की मदद की और सिर से बह रहे खून को कपड़े से बांधकर रोका. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची बोधगया थाने की पुलिस ने घायल दारोगा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया
बिहार में पुलिस का खौफ अपराधियों के साथ-साथ आम जनता के बीच भी खत्म होता जा रहा है. भीड़ पुलिस पर हमला करने से चूक नहीं रही है. आये दिन कहीं ना कहीं से पुलिस पर हमले की खबर आ रही है. ताजा मामला बिहार के गया का है. गया के बोधगया थाना क्षेत्र के बकरोर गांव में सोमवार की देर रात डायल 112 की टीम पर बारातियों ने हमला कर दिया. करीब 15 से 20 की संख्या में रहे युवकों ने डायल 112 के दारोगा और ड्राइवर के साथ मारपीट की. दारोगा और ड्राइवर जान बचाकर एक घर में घुस गए. बोधगया थाने की पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है.
बस पीछे करने को तैयार नहीं हुए बाराती
घटना के संबंध में घायल दारोगा उमेश कुमार यादव ने बताया कि बीते देर रात बकरौर के समीप वाटर पार्क के पास गांव के निकट जाम लगा हुआ था. जाम में पुलिस गाड़ी भी फंस गई थी. पुलिस गाड़ी से सटी हुई एक बस थी जिसपर बाराती सवार थे. इसी दौरान बैक करने के दौरान बारातियों की बस को किनारे करने को कहा गया, इस बात पर बस पर सवार कुछ लोग भड़क गए और बस से बाहर निकाल कर हमला कर दिया.
दारोगा ने छिपकर बचाई जान
बताया जाता है कि उग्र भीड़ इतने गुस्से में थी कि वो कुछ भी कर सकती थी. भीड़ की उग्रता को देखकर दारोगा ने पास के एक घर में छिपकर जान बचाई. घर में मौजूद महिलाओं ने घायल दारोगा की मदद की और सिर से बह रहे खून को कपड़े से बांधकर रोका. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची बोधगया थाने की पुलिस ने घायल दारोगा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. पुलिस ने 10 हमलावरों को गिरफ्तार किया है.