
आरजेडी के बाहुबली विधायक रीतलाल यादव की मुश्किलें जेल में भी बढ़ गई हैं.पटना के बेउर जेल से भागलपुर जेल भेजे गये रीतलाल यादव से जेल में मिलना आसान नहीं है.रीतलाल यादव पर जेल में भी कड़ा पहरा लगा दिया गया है. कड़े पहरे में रखे गए विधायक से मिलने के लिए मुलाकातियों को उनसे अपने संबंध उजागर करने होंगे.इसके लिए एक सप्ताह पहले रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा तब मिलने का मौका मिलेगा.पहले जो चाहे रीतलाल से मिल सकता था.रीतलाल जिससे चाहें मिल सकते थे.लेकिन अब उनसे मिलना मुश्किल हो गया है.
बिल्डर से रंगदारी मांगने के आरोप में बंदी पटना के बेऊर जेल से भागलपुर की विशेष केंद्रीय कारा में शिफ्ट किए गए राजद विधायक रीतलाल यादव से मुलाकात के लिए जेल प्रशासन ने सख्त नियम बनाए हैं.विशेष केंद्रीय कारा प्रशासन, भागलपुर के अनुसार विधायक रीतलाल यादव से जेल में मुलाकात करने आने वालों को उनसे अपने रिश्ते बताने होंगे.मुलाकातियों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद आधार कार्ड का सत्यापन भी कराना होगा. फिर एक सप्ताह बाद उनकी मुलाकात हो सकेगी.मुलाकात करने जेल पहुंचने वालों को सख्त सुरक्षा तलाशी से भी गुजरना होगा. रीतलाल संग सभी मुलाकात सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में कराई जाएगी.जेल अधीक्षक राजीव कुमार झा ने कहा कि सुरक्षा कारणों से कई कदम उठाए गए हैं. वे इस संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते.
उन्होंने कहा कि यहां की सुरक्षा बेहद सख्त है. सभी बंदियों के मुलाकातियों को मुलाकाती नियम की सख्ती से गुजरना ही होगा.विशेष केंद्रीय कारा के प्रथम खंड हो या तृतीय खंड यहां की सुरक्षा व्यवस्था तीन लेयर में कर दी गई है. यहां के अति सुरक्षित टी-सेल में राजनीतिक बंदी, खूंखार नक्सलियों और आतंकियों को रखा गया है.जहां पहुंचने के लिए जेल अधिकारियों को भी जेल रेकार्ड में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होती है. सीसीटीवी कैमरे की निगहबानी के अलावा कक्षपालों की सुरक्षा, बीएमपी जवानों की सुरक्षा साथ ही मुख्य प्रवेश द्वार पर गहन सुरक्षा जांच की व्यवस्था है.
विधायक रीतलाल यादव पर एक बिल्डर से रंगदारी मांगने के आरोप में केस दर्ज है. इस मामले में जब पटना पुलिस ने विधायक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू की तो रीतलाल यादव ने 17 अप्रैल 2025 को व्यवहार न्यायालय, पटना में आत्मसमर्पण कर दिया था.न्यायालय ने तब विधायक को न्यायिक हिरासत में लेकर आदर्श केंद्रीय कारा-बेऊर जेल भेज दिया. हालांकि, बेऊर जेल में रीतलाल यादव के रहने से विधि-व्यवस्था, लोक-व्यवस्था और शांति व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की संभावना बनने लगी.जिसके बाद पटना के जिलाधिकारी और एसएसपी की अनुशंसा पर जेल आइजी प्रणव कुमार ने छह माह के प्रशासनिक आदेश पर उन्हें एक मई 2025 को भागलपुर जेल शिफ्ट कर दिया गया.