
पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पुरे देश को हिलाकर रख दिया है. इस हमले की जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ नाम के संगठन ने ली है. लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि इसके पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ हो सकता है.जम्मू-कश्मीर केपहलगाम हमले के बाद वहां चीख पुकार मच गई. कोई रो-चीख रहा था तो कोई बेसुध पड़ा था. 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद घाटी में ये सबसे बड़ा हमला है. 3 से ज्यादा हथियारबंद आतंकी पहलगाम शहर से करीब लगभग छह किलोमीटर दूर बैसरन में घुसे और आसपास घूम रहे, घुड़सवारी कर रहे और पिकनिक मना रहे पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी.
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, इस आतंकी हमले में 26 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि कुछ लोग घायल भी हुए हैं. वहीं इस हमले की जानकारी मिलते ही पीएम मोदी अपना सऊदी दौरा बीच में छोड़ दिल्ली वापस लौट चुके हैं.आतंकी हमले की खबर मिलते ही गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में तुरंत एक हाईलेवल बैठक बुलाई. उन्होंने सऊदी अरब दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी से फोन पर बात की. पीएम मोदी के निर्देश पर गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली से श्रीनगर पहुंचे और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री संग बातचीत कर हालात का जायजा लिया. इस दौरान आईबी चीफ और गृह सचिव भी उनके साथ मौजूद रहे.

