
इस बार के विधानसभा चुनाव तेजस्वी बनाम नीतीश कुमार होने वाला हैँ बाकी वोट कटवा के तौर पर ही अपनी पहचान बनाएंगे |
लगभग लोगों ने बिहार मे नया सी एम तेजस्वी यादव के तौर पर चुन लिया हैँ वो हम नहीं कह रहे बल्कि लगातार हो रहे सर्वे मे अपनी लोकप्रियता तेजस्वी यादव बढ़ाए हुए हैँ |
आखिर बीस साल से लगातार नीतीश कुमार दूसरे पार्टियों के दम पर अपने राजनीति कूटनीति से मुख्यमंत्री बने हुए हैँ |हालांकि नीतीश कुमार ने सड़क बिजली के क्षेत्रों मे अच्छा काम किया हैँ जिसे लोग याद करेंगे पर और मामलों मे बिहार पीछे लुढ़कता गया और इसके लिए सिर्फ नीतीश कुमार ही जिम्मेवार माने जायेंगे
जहाँ तेजस्वी यादव ने बिहार मे रोजगार स्वास्थ्य को मुद्दा बनाया और एक कलम से दस लाख सरकारी नौकरी देने की बात कही पर सरकार बनाते बनाते चूक गए पर ज्योंही नीतीश कुमार के साथ सरकार बनाने का मौका मिला तेजस्वी यादव ने पांच लाख से ऊपर सरकारी नौकरी दिलवाने मे सफल रहे
यह कार्य लोगों के ऊपर सर चढ़कर बोल रहा हैँ और इधर माई बहन योजना तो दाल मे घी वाली बात हो गई हैँ विधवा पेंशन वृद्धावस्था पेंशन 400 से बढ़ाकर 1500/ योजना जो सभी वर्गों को टच करता हैँ ये लोकप्रियता को बढ़ाने मे महत्वपूर्ण भूमिका साबित हो रह हैँ जो आनेवाला विधानसभा चुनाव मे देखने को मिलेगा
इधर राष्ट्रीय आम जनशक्ति पार्टी नेता सुरेश कुमार भी सरकारी नौकरी के मामले मे तेजस्वी को समर्थन देते हुए नजर आ रहे हैँ क्योंकि सुरेश कुमार का मूल एजेंडा गरीबी और बेरोजगारी हैँ जिसमें उनका कहना हैँ कि लोगों को आर्थिक रूप से सरकार मजबूत बना सकती हैँ और बेरोजगारों को सरकारी नौकरी भी दे सकती हैँ